शहीद के अंतिम संस्कार में शामिल होने उमड़े लोग, शोक में यूं बैठा रहा बूढ़ा पिता
By - Mukesh dhusariya
अजमेर. सीआरपीएफ के शहीद जवान घनश्याम चौधरी का रविवार को उनके पैतृक गांव किशनपुरा में अंतिम संस्कार किया गया। उनके निधन पर पूरे गांव में शोक का माहौल था। उनकी अंतिम यात्रा में जनप्रतिनिधि, विभिन्न संस्थाओं के पदाधिकारी और बड़ी तादाद में ग्रामीण मौजूद थे। वे 1 सितंबर को श्रीनगर में टास्क के दौरान जख्मी हो गए थे। उन्हें इसके बाद दिल्ली एम्स में भर्ती कराया गया था। जहां उनका शनिवार को निधन हो गया था।मासूम बेटियों को पता ही नहीं सिर से उठ चुका पिता का साया...
- सीआरपीएफ की गाड़ी में शहीद घनश्याम का पार्थिव शरीर दिल्ली से रविवार को अरांई थाने लाया गया। यहां से उनकी पार्थिव देह को पैतृक गांव किशनपुरा ले जाया गया। यहां पर उनका अंतिम संस्कार किया गया।
- इस दौरान गांव में शोक का माहौल था। उनकी पत्नी और दोनाें बहनें इस घटना से गमगीन थीं। वहीं दोनों मासूम बेटियों को इस बात का पता ही नहीं था कि उनके सिर से पिता का साया उठ चुका है।
- अंतिम संस्कार में किशनगढ़, अरांई, अजमेर और दिल्ली से कई लोगों के साथ बड़ी तादाद में ग्रामीणों शामिल हुए।
यह हुई थी घटना
- सीआरपीएफ की ट्रेनिंग पूरी करने के बाद कुछ महीने पहले ही घनश्याम चौधरी को कश्मीर के करण नगर इलाके में तैनात किया गया था। चौधरी की टीम को फतेहकदल इलाके में सिक्युरिटी में तैनात किया गया था। इस दौरान वे जख्मी हो गए।
- उन्हें श्रीनगर के हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। जहां उनका ऑपरेशन किया गया। उनकी सेहत मे कोई सुधार नहीं होने पर उन्हें दिल्ली के एम्स में शिफ्ट किया गया था, जहां 9 सितंबर को देर शाम उन्होंने अंतिम सांस ली।